परिचय:
ग्रामीण महिला विद्या पीठ के स्थापना वर्ष से ही परिसर में जनजाति महिला विकास संस्थान द्वारा विगत 24 वर्षों से छात्राओं की सुविधा के लिए छात्रावास संचालित है । संस्था प्रांगण में 4 छात्रावास भवन हैं।
1.महादेवी छात्रावास
2.अमृता छात्रावास
3. शिवानी छात्रावास एवं
4.सुभद्रा छात्रावास
हमारे चारों छात्रावासों में 475 छात्राओं के रहने की व्यवस्था है। छात्रावास अधीक्षिका सहित 25 की स्टाफ संख्या के साथ हम बालिकाओं को घर जैसा सुरक्षित वातावरण प्रदान करने में प्रतिपल प्रयासरत रहते हैं। हॉस्टल की छात्राओं के लिए पर्याप्त संख्या में स्नानघर व शौचालयों की प्रथक व्यवस्था है, जिनमें 24 घंटे पानी की उपलब्धता रहती है । साथ ही चिकित्सकीय परामर्श सुविधा परिसर में ही प्रतिदिन 4 घंटे उपलब्ध रहती है।सभी छात्रावास चौबीस घंटे सी सी टीवी की निगरानी में रहते हैं।
शुद्ध ,सात्विक ,स्वादिष्ट भोजन, खेलकूद के लिए प्रतिदिन निश्चित समय, मुख्य समाचार पत्रों की उपलब्धता व स्वच्छता के नियम बच्चों के स्वास्थ्य व चहुंमुखी विकास में सहायक सिद्ध होते हैं।
दिनचर्या – छात्रावास की हमारी दिनचर्या में प्रातः काल उठने से ले कर रात्रि विश्राम तक अध्ययन, खेलकूद, मनोरंजन, दूरदर्शन पर प्रसारित मुख्य समाचार, भोजन, संगीत, और हंसी – खिलखिलाहट,सब का एक सुखद समायोजन है। हमारा प्रयास रहता है कि हमारे यहां बालिकाएं एक दूसरे के साथ रह कर मिलनसार व सहनशील बनें। परस्पर सौहार्द की भावना से प्रतिदिन कुछ नया सीखें।
भोजन – हम हमारी बालिकाओं को आत्मनिर्भर व परिश्रमी बनाने के पक्षधर हैं ।भोजन बनने व उसे परोसने की प्रक्रिया में प्रतिदिन 10 बालिकाओं का समूह निरीक्षण व श्रमदान का उत्तरदायित्व लेता है ताकि बालिकाओं में परस्पर सहयोग ,श्रम, एकजुटता से कार्य करने जैसे नैतिक मूल्यों का विकास हो एवम् भोजन बनने कि प्रक्रिया की उन्हें जानकारी रहे। प्रत्येक बालिका स्वयं में कुछ विशेष गुण छिपाए होती है, साथ रहने व समूह में कार्य करने से वे परस्पर ऐसे ही गुणों का आदान प्रदान कर स्वयं के व्यक्तित्व को और निखार पाती हैं।बालिकाओं की इच्छा अनुसार प्रति रविवार विशेष भोजन की व्यवस्था होती है।
खेलकूद – छात्रावास में प्रतिदिन शाम को अनिवार्य रूप से एक घंटे के लिए खेलों की व्यवस्था है। बैडमिंटन,बास्केट बॉल, खो खो, कैरम,लूडो,रस्सी कूद आदि अनेक उपलब्ध खेलों में से बच्चे अपनी रुचि के अनुसार खेलों का आनंद के सकते हैं।
मनोरंजन – प्रत्येक त्यौहार व उत्सव का आयोजन छात्रावास में प्रतिवर्ष होता है। छात्रावास का स्टाफ एवम् बालिकाएं मिल कर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं। छात्राओं की रुचि अनुसार उन्हें हस्त कलाएं भी सिखाई जाती हैं। वर्ष में एक बार उन्हें भ्रमण पर ले जाने की परंपरा प्रारंभ से अब तक निभाई जा रही है। समय समय पर छात्रावास प्रांगण में प्रेरणादायक चलचित्र दिखाने की व्यवस्था भी उपलब्ध है।
अनुशासन – संस्था प्रांगण एवम् छात्रावास में निवास करते हुए हम संस्था के नियम व अनुशासन की पालना के पक्षधर हैं।
ग्रामीण महिला विद्यापीठ एक रैगिंग मुक्त, धूम्रपान, तंबाखू – गुटखा एवं मद्यपान मुक्त परिसर है।परिसर की गरिमा की रक्षा हमारे लिए सर्वोपरि प्राथमिकता है अतः सभी नियमों की पालना अतिआवश्यक है। छात्राओं द्वारा संस्था में मोबाइल लाने व उसके उपयोग की अनुमति नहीं है। सभी छात्राओं को परस्पर सौहार्द, सामंजस्य एवम् प्रेम से रहना आवश्यक है।